Amit Lakra case: रोहिणी में मुठभेड़, तिल्लू ताजपुरिया गैंग के दो शूटर घायल होकर गिरफ्तार
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Amit Lakra case: दिल्ली पुलिस ने तिलू ताजपुरीया गैंग के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों शूटर हरियाणा के निवासी हैं और उन्हें रोहिणी इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इन शूटरों की पहचान नरेंद्र (24) और अभिषेक (22) के रूप में हुई है, जो क्रमशः सोनीपत और पानीपत के निवासी हैं। पुलिस के मुताबिक, दोनों शूटरों को मुठभेड़ में पैरों में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया।
अमित लाकड़ा मर्डर केस में मुख्य आरोपी थे गिरफ्तार शूटर
यह सफलता दिल्ली पुलिस के लिए खास महत्व रखती है क्योंकि गिरफ्तार किए गए दोनों शूटर अमित लाकड़ा मर्डर केस में वांछित थे। जानकारी के अनुसार, नरेंद्र और अभिषेक दोनों ही मंढला पुलिस स्टेशन के इलाके में 9 नवंबर को अमित लाकड़ा की हत्या में शामिल थे। अमित लाकड़ा (26) को एक लूट के मामले में जमानत मिली थी और हत्या के मामले में तिलू ताजपुरीया-दविंदर बंबीहा गैंग ने सोशल मीडिया के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस का कहना है कि इन दोनों शूटरों के द्वारा की गई फायरिंग में अमित लाकड़ा की मौत हो गई थी।
मुठभेड़ के दौरान शूटरों ने किया पुलिस पर फायरिंग
पुलिस ने बताया कि गुरुवार को उन्हें जानकारी मिली थी कि ये दोनों शूटर रोहिणी इलाके में घूम रहे हैं। दिल्ली पुलिस की टीम ने इन शूटरों को कराला रोड पर एक मोटरसाइकिल पर देखा और उन्हें रुकने का संकेत दिया। शूटरों ने पुलिस की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की, जिसमें नरेंद्र और अभिषेक के पैर में गोली लगी। दोनों को तुरंत गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अमित लाकड़ा मर्डर केस की जांच में अहम जानकारी
दिल्ली पुलिस के विशेष सेल के डीसीपी प्रणव त्याल ने बताया कि नरेंद्र इस मर्डर केस का मुख्य साजिशकर्ता था और वह तिलू ताजपुरीया गैंग के जेल में बंद सदस्यों से संपर्क में था। वहीं, अभिषेक भी एक सक्रिय शूटर था और अमित लाकड़ा के मर्डर में आरोपी था। इन दोनों के अलावा, पुलिस ने पहले ही यमुनानगर निवासी निहाल को 14 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया था, जो इस मर्डर केस में शूटर था। इसके बाद पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की थी, लेकिन नरेंद्र और अभिषेक अभी भी फरार थे।
नरेन्द्र और अभिषेक की गिरफ्तारी से मामले में मिले महत्वपूर्ण सुराग
अमित लाकड़ा मर्डर केस में पुलिस की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पुलिस की टीम ने बताया कि नरेंद्र और अभिषेक दोनों ही तिलू ताजपुरीया गैंग के सदस्य हैं और इनका अपराध में सक्रिय योगदान था। इन दोनों की गिरफ्तारी से पुलिस को गैंग के अन्य सदस्यों और उनके मंसूबों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
विशेष सेल की सक्रियता और पुलिस की सटीक कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के विशेष सेल ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है, जिससे दिल्ली पुलिस की कार्यकुशलता और सटीकता की सराहना की जा रही है। विशेष सेल की टीम ने गैंग के अपराधियों के बारे में लगातार जानकारी जुटाई और फिर इन्हें पकड़ने के लिए खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार थे और वे लगातार अपनी गतिविधियों को छिपाने की कोशिश कर रहे थे।
दिल्ली पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और टीमवर्क
इस मुठभेड़ में पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और टीमवर्क को भी सराहा जा रहा है। पुलिस ने बिना किसी समय गंवाए तुरंत कार्रवाई की और आरोपी शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की ओर से बताया गया कि यह मुठभेड़ आत्मरक्षार्थ थी और पुलिस ने किसी भी तरह की अतिरिक्त ताकत का इस्तेमाल नहीं किया।
अमित लाकड़ा की हत्या से जुड़ी गंभीर चिंताएँ
अमित लाकड़ा की हत्या दिल्ली में गैंगवार और अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा कर रही है। इस घटना से यह साफ हो गया है कि तिलू ताजपुरीया गैंग जैसे अपराधी संगठनों का नेटवर्क काफी मजबूत है और वे जेल से भी अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं। पुलिस को ऐसे गैंग्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि अपराधियों को जेल से बाहर अपने अपराधों को अंजाम देने से रोका जा सके।
दिल्ली में गैंगवार की बढ़ती घटनाएँ
दिल्ली में पिछले कुछ महीनों में गैंगवार की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। इस तरह की घटनाओं ने दिल्ली में अपराध की स्थिति को और गंभीर बना दिया है। पुलिस के अनुसार, तिलू ताजपुरीया और दविंदर बंबीहा जैसे गैंग्स अपने अपराधों को अंजाम देने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करते हैं। इन गैंग्स का प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण पुलिस को इन पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है।
दिल्ली पुलिस की जीत और भविष्य की चुनौतियाँ
दिल्ली पुलिस की इस सफलता से यह साबित होता है कि पुलिस लगातार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। नरेंद्र और अभिषेक की गिरफ्तारी से पुलिस को इस गैंग की गतिविधियों के बारे में और जानकारी मिली है। हालांकि, यह घटना दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी जीत है, लेकिन पुलिस को अब भी तिलू ताजपुरीया और अन्य गैंग्स के खिलाफ अपनी जांच और कार्रवाई को और तेज करना होगा। गैंगवार और अपराध की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पुलिस को अपने अभियान को और भी प्रभावी बनाना होगा, ताकि दिल्ली में कानून और व्यवस्था बनी रहे।